मानव मात्र के उत्थान के लिए प्रयासरत रहे स्वामी दयानंद- डा. चारण, आर्य समाज संस्थान ने किया 130 प्रतिभाओं का सम्मान
मानव मात्र के उत्थान के लिए प्रयासरत रहे स्वामी दयानंद- डा. चारण,
आर्य समाज संस्थान ने किया 130 प्रतिभाओं का सम्मान
सुमित्रा आर्य। लाडनूं (kalamkala.in)। स्थानीय आर्य समाज संस्थान के तत्वावधान में सर्वसमाज प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन रविवार को किया गया। समारोह मेें दसवीं, बाहरवीं, स्नातक, स्नातककोत्तर, मेडिकल, इंजिनियरिंग, लाॅ, बी.एड, आई.आई.टी. आदि क्षेत्रों की 130 प्रतिभाओं का सम्मान किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि पूजा इंटरनेशनल स्कूल डीडवाना के चैयरमेन बजरंगसिंह जोधा ने विद्यार्थी जीवन में सफलता प्राप्त करने के गुर बताये। मुख्य वक्ता राजकीय कन्या महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. गजादान चारण ने कहा कि स्वामी दयानंद सरस्वती ने मानव मात्र के उत्थान के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने स्वामी दयानंद के जीवन दर्शन को प्रस्तुत करते हुए प्रतिभाओ को निरन्तर आगे बढने का आह्वान किया। डा. चारण ने कहा कि समतावादी समाज की स्थापना में आर्यसमाज का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। समारोह के विशिष्ट अतिथि तहसीलदार डा. सुरेंद्र भास्कर ने महिला शिक्षा व बाल निर्माण पर बल देते हुए प्रतिभा सम्मान कार्यक्रम को प्रतिभाओं के विकास का माध्यम बताया। विशिष्ट अतिथि राजस्थानी साहित्यकार डाॅ. घनश्यामनाथ कच्छावा ने आर्य समाज के सिद्धांतों को जीवन के लिए उपयोगी बताया। विशिष्ट अतिथि सुभाष बोस स्कूल के प्राचार्य बीएल मील ने भी अपने विचार रखे। समारोह की अध्यक्षता ओम मुनि आर्य ने की। कार्यक्रम में संरक्षक सतीश चन्द्र गुप्ता का सम्मान किया गया। अभिलाषा स्वामी ने कविता, प्रेम सिंह चौहान व जुनैद ने भाषण प्रस्तुत किया। इससे पूर्व मंत्री प्रेमप्रकाश आर्य ने मंत्री प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। स्वागत गायन दयानंद स्कूल की छात्राओं ने प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संयोजन डाॅ. वीरेंद्र भाटी मंगल ने किया। इस अवसर पर सुरेंद्र प्रताप आर्य, सुखवीर आर्य, महालचंद टाक, हरजी सैनिक, यशपाल आर्य, आनंद आर्य, संजीव प्रकाश आर्य, डाॅ. तुलसीदास सैनी, बिरमाराम आर्य, बाबूलाल तिवारी, सुखबीर स्वामी, राजकुमार किरोड़ी आदि उपस्थित रहे।