सब रजिस्ट्रार ऑफिस के बाबू सहित दो जनों को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया,
रजिस्ट्री की नकल के लिए मांगी थी रिश्वत, कर रहा था परेशान, एसीबी ने धर-दबोचा
नागौर (kalamkala.in)। जिला मुख्यालय नागौर स्थित उप पंजीयन कार्यालय में मंगलवार को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने एक बाबू और उसके सहयोगी को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। एसीबी की इस कार्रवाई से उप पंजीयन कार्यालय में हड़कंप मच गया। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने उप पंजीयन कार्यालय में कार्यरत में बाबू कैलाश चंद्र को उसके सहयोगी सीताराम के जरिए परिवादी से 1 हजार रुपए की रिश्वत लेते धर दबोचा है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की एएसपी कल्पना सोलंकी ने बताया कि परिवादी ने शिकायत दी थी, कि रजिस्ट्री के दस्तावेजों की 3 नकल के लिए प्रति नकल 500 रुपए के हिसाब से 15 सौ रुपए मांगे गए थे। तीन नकल देने की एवज में बाबू कैलाश चंद्र 1500 रूपए की रिश्वत राशि मांग कर परेशान कर रहा है। परिवादी ने तब एसीबी में शिकायत की। इसके बाद परिवादी ने रजिस्ट्री की 2 नकल के बदले एक हजार रुपए देने की बात कही। परिवादी आज रिश्वत लेकर पहुंचा, तो बाबू कैलाश चंद्र ने रिश्वत की रकम पास में बैठे सीताराम की जेब में रखवा दी। एसीबी की टीम ने तुरंत पहुंचकर कैलाश चंद्र की तलाशी ली तो उसके पास रिश्वत नहीं मिली। पास बैठे सीताराम की तलाशी ली तो रिश्वत की राशि उसकी जेब में मिली। इसके बाद एसीबी ने दोनों को हिरासत में लिया और एसीबी कार्यालय ले गए। इससे पहले एसीबी नागौर की एएसपी कल्पना सोलंकी ने शिकायत का सत्यापन किया। इसके बाद पूरी तैयारी के साथ आज एएसपी सोलंकी ने टीम के साथ ट्रैप की कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को परिवादी से 1 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। गौरतलब है कि नागौर का उप पंजीयन कार्यालय लंबे समय से भ्रष्टाचार का अड्डा बना हुआ था। कई लोग इस आशय की शिकायत भी कर रहे थे, मगर फिर भी उच्च अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे थे। मामला जब एसीबी की टीम के संज्ञान में आया तो उन्होंने पूरा जाल बिछाकर दो भ्रष्ट कर्मचारियों को धर दबोचा। इस कार्रवाई की आज पूरे शहर में चर्चा रही।