लाडनूं। सेवा केंद्र व्यवस्थापिका साध्वीश्री प्रबलयशा के सानिध्य में यहां पहली पट्टी स्थित ऋषभ द्वार भवन में पर्युषण महापर्व के अवसर पर ‘ध्यान दिवस’ का आयोजन किया गया। आयोजित में हुआ। कार्यक्रम में साध्वीश्री ने कहा कि आचार्य महाप्रज्ञ का अवदान प्रेक्षाध्यान कई इच्छाओं को सीमित करने वाला है। यह मानव मात्र के लिए एक प्रयोगशाला का काम करता है, जिसमें से नया मनुश्य तैयार होकर निकलता है। अगर मनुष्य द्वारा अलग-अलग केंद्रों पर अलग-अलग रंग का ध्यान करने से कई बीमारियों व चिंताओ से मक्ति पाई जा सकती है। इस अवसर पर साध्वी सुयश प्रभा ने गीतिका के माध्यम से ध्यान की महिमा बतलाई। कार्यक्रम में उपस्ािित श्रावक-श्राविकओं को ध्यान के प्रयोगों का अभ्यास करवाया गया।
