स्कूल बन रहे जुल्मशालाः-
टीचर ने टॉर्चर करते हुए बच्चे को इतना पीटा कि पीटते-पीटते हाथ तोड़ा व शरीर से खून बहा दिया, पिटाई से छात्र के कंधे का मांस फटा और ऊपर से दी धमकियां, कहा, रेड मार्क लगाकर टीसी काट देंगे
चूरू। तारानगर तहसील के एक निजी स्कूल मामला सी. एल. आर. जी. एम. इंग्लिश मीडियम स्कूल में शिक्षक की बर्बरता सामने आयी है, जिसमें पांचवीं कक्षा में पढ रहे एक 11 वर्षीय छात्र को टीचर ने बेदम पिटाई कर दी है। अध्यापक द्वारा की गई इस निर्मम पिटाई से इस बालक के कंधे पर मांस फट गया। इस बात को लेकर जब बालक के परिजन संस्था प्रधान के पास उलाहना देने पहुंचे, तो उलटे उन्हीं को धमकाते हुए कहा कि स्कूल के बाहर आगे कहीं भी कोई कार्रवाई की तो तेरे बच्चे का नाम काट देंगे और टीसी काटकर उसमें रेड मार्क लगाकर उसकी जिंदगी खराब कर दूंगा। स्कूल प्रबंधन के इस रवैये से दुःखी होकर परिजन पीड़ित बालक को लेकर पुलिस थाने गये, तो पुलिस ने भी मामला दर्ज नहीं किया और मजबूरन इस वारदात के लिए उन्हें न्यायालय के दरवाजे खटखटाने पड़े। इस प्रकरण का अब कोर्ट में परिवाद दिया गया है।
हाथ मरोड़ मुक्कों से मारा और खाली कमरे में रखा 2 घंटे तक बंद
परिवादी विमल कुमार सैनी निवासी तारानगर ने कोर्ट में प्रस्तुत अपने परिवाद में बताया है कि उसका 11 वर्षीय बेटा रोहित तारानगर के निजी इंगलिश मीडियम स्कूल में 5वीं कक्षा में पढ़ता है। 29 अगस्त को स्कूल की छुट्टी होने पर वह लेने स्कूल गया तो, बेटा रोते हुए बाहर आया। पूछने पर उसने डरते हुए पहले तो कुछ नहीं बताया, लेकिन स्कूल के अन्य बच्चों ने बताया कि आज उसके बेटे रोहित की टीचर ने पिटाई की है। इस पर विमल कुमार ने बच्चे की पिटाई का कारण पूछा तो बताया गया कि होमवर्क की बात को लेकर टीचर कन्हैयालाल ने उसका हाथ मरोड़कर मुक्कों से उसके साथ मारपीट की, साथ ही उस बच्चे को स्कूल के एक खाली कमरे में 2 घंटे तक बंद करके रखा गया।
एक्सरे में आया कंधे का मांस फटा हुआ
विमल कुमार ने बताया कि बच्चे के हाथ में ज्यादा दर्द होने पर उसे चूरू के एक निजी अस्पताल में हड्डी के डॉक्टर को दिखाया, जहां एक्स-रे करने पर पता चला कि बच्चे के कंधे का मांस फट गया है, उससे उसके हाथ में दर्द हो रहा है। इसके बाद 30 अगस्त को तारानगर के सरकारी अस्पताल में जांच करवाने पर भी सामने आया कि कंधे का मांस फट गया है। अभी रोहित का इलाज चल रहा है। जब इस बात का उलाहना देने पीड़ित के पिता निजी स्कूल गए और संस्था प्रधान राजेन्द्र गोदारा और टीचर कन्हैयालाल से मारपीट करने का कारण पूछा तो दोनों आग बबूला हो गए। पीड़ित को धमकाने लगे और कहा कि आगे कोई कार्रवाई करेगा तो तेरे बच्चे की टीसी काटकर उसमें रेड मार्क लगाकर जिंदगी खराब कर दूंगा। परिवादी के अनुसार उसके पास इसकी रिकॉर्डिंग भी है।
क्यों नही थम रहे हैं ये शिक्षकीय क्रूरता के मामले
कोर्ट में दिए परिवाद में पीड़ित ने बताया कि घटना को लेकर तारानगर थाने भी गए, लेकिन वहां उनका मुकदमा दर्ज नहीं किया गया। तब उसने कोर्ट में जाकर कार्रवाई की है। इधर तारानगर थानाधिकारी गोविंदराम विश्नोई ने बताया कि अभी तक हमारे पास इस तरह का कोई मामला नहीं आया है। मामला आने पर जांच करवा कर दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। यहां गौरतलब है कि राजस्थान में टीचर का टॉर्चर थमने का नाम नहीं ले रहा है। बच्चों पर लगातार जुल्म ढाए जा रहे हैं। हाल ही में जालोर में टीचर की पिटाई से बच्चे की मौत हो गई थी, जिसको लेकर प्रदेशभर में विरोध प्रदर्शन किया गया था। लाडनूं के सांवराद गांव में भी निर्मम पिटाई से बच्चे का कान खराब होने व मस्तिष्क पर विपरीत प्रभाव पड़ने का एक मामला अनुसंधान के अधीन है।.इन क्रूीतर के मामलों की रोकथाम के प्रति सरकार को सजग रह कर कार्यवाही करनी चाहिए और मुकदमा दर्ज नहीं करने वाले अधिकारियों के विरूद्ध कार्यवाही के साथ सम्बंधित स्कून की मान्यता रद्द करने व पीड़ित बालक को आरोपी शिक्षक से मुआवजा दिलवाया जाना चाहिए।
