किसानों की क्राॅपकटिंग की सही रिपोर्ट भिजवा कर क्लेम दिलवाने की मांग,
किसान सभा ने हनुमान बेनिवाल व अमराराम को बताया किसानों की वास्तविक आवाज
लाडनूं। अखिल भारतीय किसान सभा के जिला उपाध्यक्ष भागीरथ यादव ने जिले भर में किसानों द्वारा की जा रही क्राॅप कटिंग का सही आकलन किए जाने और वास्तविक रिपोर्ट बना कर भिजवाने की मांग करते हुए कहा कि इससे ही किसानों को सही फसल बीमा की क्लेम राशि प्राप्त हो सकेगी। उन्होंने कहा कि अगर विधायक अपने क्षेत्र में किसानों की क्राॅप कटिंग की सही रिपेार्ट नहीं भिजवा पाते हैं तो, स्पष्ट है कि उनकी रिलायंस कम्पनी के साथ मिलीभगत हो चुकी है। वे यहां एक निजी समारोह में सम्मिलित होने आए थे। दैनिक भास्कर से विशेष वार्ता के दौरान उन्होंने कहा है कि खरीफ फसल 2022 की बीमा-क्लेम की क्रापकटिंग हो रही है, जिसमें नागौर के किसानो को मंूग, बाजरा, ग्वार, मूंगफली सहित सभी फसलांे का क्लेम मिलना है, लेकिन पटवारी सही क्रापकटिंग करके रिपोर्ट भेजे, तो ही किसानो को 2 से 3 लाख रूपए प्रति किसान क्लेम मिलना संभव है। रिलायंस कम्पनी नागौर जिले से 500 करोङ रूपए तक प्रीमियम राशि ले जाती है, परन्तु 100 करोड़ रूपयों का क्लेम भी वापस नही देती, इसके लिए सरकार के विधायक जिम्मेदार हैं। अगर विधायक क्रापकटिंग सही नहीं करवायेंगे, तो इसका मतलब मुकेश अम्बानी की रिलायंस कम्पनी से मिले हुए हैं। नागौर मे रिलायंस को बीमा क्लेम के नाम ऑर्डर है। एक सवाल के जवाब मे यादव ने कहा कि यादव ने कहा कि कामरेड अमराराम व हनुमान बेनिवाल दोनों किसानों की आवाज है। वसुन्धरा राजे की सरकार के समय किसान नेता कामरेड अमराराम के नेतृत्व मंे कर्जामुक्ति के लिए 13 दिन संघर्ष करने पर 50 हजार रूपयों तक का कर्जा माफ करवाया था। साथ ही 13 माह तक काले कानून की वापसी के लिए लड़ाई लड़ी गई। इसी तरह नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने एनडीए से अपना रिश्ता तोड़ लिया था। उनका इस्तीफा भी काले कानूनांे के खिलाफ कदम था। यह उनके द्वारा उठाई गई राजस्थान के किसानों आवाज है। हम चाहते हैं कि रिलायंस कम्पनी से किसानांे को फसल बीमा क्लेम मिले।
