बाकलिया के युवक ओमप्रकाश की हत्या के मामले में पुलिस ने सात दिनों में खुलासे का दिया भरोसा,
लाडनूं में मोर्चरी के समक्ष दिनभर की ऊहापोह के बाद किया गया शव का पोस्टमार्टम, धरना अब भी जारी
हत्या की जांच में लैपटॉप, मोबाइल, लाईब्रेरी, ग्रामीण साथी, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आदि बनेंगे प्रमुख सूत्रधार
लाडनूं (kalamkala.in)। थाना क्षेत्र के बाकलिया ग्राम के पास मिली युवक की लाश को लेकर पुलिस मामले की जांच कर रही है और इधर मृतक के शव का पोस्टमार्टम गुरुवार कै सायं करीब 5 बजे जाकर शुरू किया जा सका। अस्पताल में मोर्चरी के सामने सुबह से ही परिजनों एवं अन्य लोगों ने न्याय और हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरना शुरू कर दिया था। पुलिस उप अधीक्षक विक्की नागपाल एवं थानाधिकारी लीलाराम ने परिजनों से समझाईश का पूरा प्रयास किया, लेकिन दिन भर बात नहीं बनी। अपराह्न पश्चात कहीं जाकर शव का पोस्टमार्टम किए जाने पर सहमति बनी। मृतक के परिवार जनों ने पोस्टमार्टम पर अपनी सहमति प्रदान की। उपखंड अधिकारी मिथलेश कुमार, एडिशनल एसपी हिमांशु शर्मा, पुलिस उप अधीक्षक विक्की नागपाल ने उनसे जांच कर मुलजिम का पता लगाने के लिए 72 घंटे का समय मांगा। जिस पर मृतक युवक के परिवार ने अपनी पोस्टमार्टम करने के लिए अपनी मंजूरी दी। मुलजिम की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरना अब भी जारी है। पुलिस अधिकारी मौके पर मौजूद हैं।
ये सब रहे धरनास्थल पर मौजूद
अस्पताल में मोर्चरी के समक्ष गुरुवार सुबह से ही लोग परिजनों के साथ जमा हो गए। धरना स्थल पर विधायक मुकेश भाकर के पिता सुरजाराम भाकर, रालोपा नेता रामकरण रैवाड़, दलित नेता कालूराम गैनाणा, नगर पालिका के उपाध्यक्ष मुकेश खींची,
हनुमान सारण, विकास बुरड़क, गोविंद सारण, रामेश्वर, ओम ठोलिया आदि मौजूद रहे। शव का पोस्टमार्टम पुलिस ने मेडिकल बोर्ड से करवाया, लेकिन परिजनों, समाज और अन्य लोगों का धरना निरन्तर जारी है।
पुलिस की साइबर टीम जुटी है सूत्रों की तलाश में
इस मामले में नागौर से आई एफएसएल टीम ने बुधवार शाम को पहुंच कर मौके से खून के नमूने लिए तथा साक्ष्य व अनुसंधान की दृष्टि से मौके के फोटोग्राफ्स व वीडियोग्राफी की गई। मृतक के पास उसके बैग में उसका लैपटोप रखा हुआ था, लेकिन उसका मोबाईल मौके से गायब था। पुलिस की सायबर टीम इस मामले की जांच में मुस्तैदी से लगी हुई है। मृतक बुधवार को सुबह ही लाडनूं में लाईब्रेरी के लिए निकला था, लेकिन वह लाईब्रेरी में नहीं पहुंचा। शाम को उसकी लाश भैंस प्रजनन केन्द्र के पास की खाली जमीन पर झाड़ियों के झुरमुट में ही मिली। पुलिस की सायबर टीम उसके मोबाईल सेट की तलाश करने के लिए उसके ईएमईआई नम्बर, उसके सिम नम्बर आदि से पता लगाने की कोशिश कर रही है। उसके पास आई काॅल की डिटेल खंगालने पर कोई विशेष सूत्र व जानकारी मिलने की उम्मीद है। उसके लैपटोप के अंदर की जानकारी भी पुलिस अनुसंधान में लाभदायक साबित हो सकती है और जांच को सही दिशा प्रदान करने की संभावना है। साईबर टीम लगातार जुटी हुई है। थानाधिकारी लीलाराम ने बताया कि मृतक के पिता देवाराम सारण की ओर से दी गई हत्या की रिपोर्ट को पुलिस ने दर्ज कर लिया है और इस मामले में जांच की जा रही है।
मोबाइल बनेगा पुलिस जांच का सूत्रधार
गौरतलब है कि मृतक ओमप्रकाश सारण अपने पिता देवाराम सारण का इकलौता पुत्र है। वह अविवाहित है और प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए लाडनूं में लाइब्रेरी आया करता था। बुधवार को भी वह लाईब्रेरी के लिए घर से निकला था, लेकिन वह न तो लाईब्रेरी पहुंचा और न ही वापस घर ही लौटा। शाम को उसका शव भैंस प्रजनन केन्द्र के पास मिला। उसका लैपटॉप वहां मौजूद था, चप्पल भी मिली, बाईक भी थोड़ी दूर खड़ी थी। लेकिन उसका मोबाइल नहीं था। जबकि उसके पास मोबाइल था। मोबाइल गायब होने के पीछे कोई गहरा राज संभव है। संभावना है कि किसी ने मोबाइल से फोन करके उसे बुलाया और वहां उसके सिर पर पीछे की तरफ चोट पहुंचा कर उसे मार डाला और फिर लाश को घसीट कर झाड़ियों में डाल दिया। मृतक ओमप्रकाश दिन भर कहां रहा और किस-किस से मिला, यह भी जांच का विषय है। लाडनूं की लाईब्रेरी में उसके संचालक और वहां साथ पढ़ने के लिए आने वालों से पूछताछ में भी कई सुराग मिलने की संभावना है। मृतक ओमप्रकाश के गांव के साथियों से भी पूछताछ की जाने पर कोई सूत्र मिल सकता है। फिलहाल पुलिस जांच कर रही है और जांच में बहुत सारी जानकारी सामने आएगी।
