मूण्डवा (रिपोर्टर लाडमोहम्मद खोखर)। पितृ अमावस्या का पर्व शनिवार को श्रद्धापूर्वक मनाया गया। शहर में पूरे दिन महिलाओं एवं पुरूषों के साथ-साथ बच्चों ने भी दान पुण्य किया। माना जाता है कि इस दिन दान-पुण्य करने के पितृ आत्माओं को प्राप्त होता है। लोग अपने पितरों का पुनीत स्मरण करते हुए पवित्र तीर्थों सरोवरों में तर्पण किया। वहीं विशेष पारम्परिक व्यंजनों आदि का पितरों को भोग लगाया गया। शहर के लोगों ने अपनी बहन बेटियों के घर मालपुआ एवं पकौड़ी पहुंचाई। वही बुजुर्गों ने गायों को हरा चारा व गुड़ खिलाकर पुण्य कमाया। गरीब बस्तियों में कपड़े वितरित किए गए।
मोटेलाव तालाब पर मेला लगा
पितृ-अमावस्या के अवसर पर शनिवार को मूंडवा के मोटोलाव तालाब के पास 372वाँ स्थापना महोत्सव के अवसर पर मेला भरा गया। दोपहर बाद से भरे मेले का आयोजन देर रात तक चलता रहा। मेले में महिलाओं, पुरुषो, बच्चों ने जमकर झूलों का आनंद लिया। मेले में खाने पीने से लेकर बच्चों के लिए खिलौनों की अस्थाई दुकानें सजाई गई। मेले में आए लोगों ने पंसारियों की बगीची में स्थित हनुमानजी के मंदिर, गोरधन गुरु की बगीची स्थित माताजी के मंदिर, शिवजी के मंदिर में मोटोलाव तालाब के किनारे स्थित हनुमानजी के मंदिर में दर्शन किए। मेले में नगर पालिका की ओर से रोशनी, सफाई, यातायात की व्यवस्था की गई। इस बार मेले में ठेले, अस्थाई दुकानों को कुछ दूर-दूर लगवाया। इससे मेले में लोगो को भीड़ से परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा। वही मेले में रोशनी की माकूल व्यवस्था के लिए हाईमास्क लाइटें लगवाई साथ ही अचानक विद्युत कटौती से निजात पाने के लिए मेला मैदान में जनरेटर लगवाया। इसी प्रकार से ओम गणेश मित्र मण्डल आदि संगठनों ने मेले में आने वाले लोगो के लिए ठंडे जल का प्रबंध किया। मेले में सुरक्षा का पूर्ण प्रबंध मूंडवा पुलिस के जवानों ने संभाले रखा।
