दी नागौर सेंट्रल कोआपरेटिव बैंक की 48वीं साधारण सभा की बैठक सम्पन्न,
सहकार से समृद्धि के तहत किया गया मोमेंटो देकर सम्मान
नागौर (kalamkala.in)। दी नागौर सेंट्रल कॉपरेटिव बैंक लि. के तत्वावधान में 48वीं वार्षिक सभा (अधिवेशन) का आयोजन यहां चेनार रोड स्थित सैनिक क्षत्रिय माली समाज भवन में किया गया। अधिवेशन के दौरान बैंक के प्रबंध निदेशक (एमडी) जयपाल गोदारा ने 48वां वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। बताया गया कि बैंक की वर्तमान कार्यशील पूंजी 9 अरब, 61 करोड़, 81.57 लाख रूपए है। इसमें अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 पर सम्मान किया गया तथा सदस्य समितियों के अध्यक्षों के सहकारिता के विकास के सम्बंध में व्यवहारिक सुझाव प्रस्तुत किए।
सहकार से समृद्धि के तहत सम्मान व कार्य
इस अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 का आयोजन किया गया, जिसमें बैंक के प्रथम संचालक मण्डल के प्रतिनिधियों को मोमेन्टों देकर सम्मानित किया गया एवं बैंक की वीडियो डोक्युमेन्टरी का प्रदर्शन किया गया। इसमें यह भी बताया गया कि विश्व भर में अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 मनाया जा रहा है। इस उपलक्ष में भारत सरकार की ओर से सहकार आंदोलन को आधुनिक व पारदर्शी बनाने और लक्ष्य के अनुरूप सहकार को आगे बढाने का कार्य प्रगति पर है। इसी के तहत ‘सहकार से समृद्धि’ अभियान के तहत किए गए कार्यों की जानकारी दी गई और बताया गया कि नागौर व डीडवाना-कुचामन की कुल 415 ग्राम सेवा सहकारी समितियों का पूर्ण कम्प्यूटरीकरण किया जा चुका है। वर्तमान में कुल 412 समितियों में से 290 समितियों के पास 50 एवं 100 मैट्रिक टन के गोदाम उपलब्ध हैं। बैंक के क्षेत्राधीन कार्यरत 324 पैक्स को आधुनिक कम्प्यूटर सोफ्टवेयर उपलबध करवाए गए हैं। सभी पैक्स के डाटा को काॅप्स इंडिया पोर्टल पर अपलोड कर इन्हें गो-लाईव करवा कर ई-पैक्स करवाया गया है।
समस्त एजेंडा हुआ सर्वसम्मति से पारित
साधारण सभा में सर्वप्रथम अध्यक्षगणों द्वारा मनोनीत अध्यक्ष मांगीलाल डांगा (पूर्व अध्यक्ष राजफैड) ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में बैंक की मुख्य गतिविधियों के सम्बन्ध में सदस्य समितियों के अध्यक्षगणों को जानकारी दी गई। इसके पश्चात् बैंक प्रबन्ध निदेशक जयपाल गोदारा ने साधारण सभा में विचारणीय विषयों को विचारार्थ प्रस्तुत किया, जिसमें गत साधारण सभा 29 जनवरी में सम्पन्न कार्यवाही की पुष्टि पर विचार, बैंक के वर्ष 2023-24 के अंकेक्षित लाभ-हानि खाता एवं संतुलन चित्र के अनुमोदन पर विचार, वर्ष 2023-24 की ऑडिट रिपोर्ट में वर्णित आक्षेपों की अनुपालना रिपोर्ट की पुष्टि पर विचार, प्रशासक द्वारा वर्ष 2024-25 हेतु स्वीकृत बजट के अनुमोदन पर विचार, वर्ष 2025-26 हेतु अधिकतम साख सीमा स्वीकृत करने पर विचार, वर्ष 2023-24 के लिये स्वीकृत किये गये बजट के विरुद्ध अधिक हुए खर्चा की पुष्टि पर विचार एवं वर्ष 2024-25 की ऑडिट हेतु वैद्यानिक अंकेक्षक की नियुक्ति पर विचार आदि सभी विषयों पर सभी उपस्थित सदस्यों ने विचार कर अनुमोदन करने का निर्णय लिया।
सहकारिता का किया जाए व्यापक प्रचार-प्रसार
उपस्थित सदस्यों में मोहित कुमार (डीडीएम नाबार्ड), गंगाराम गोदारा (उप रजिस्ट्रार, सहकारी समितियां नागौर), रामनिवास गढ़वाल (निदेशक इफ्को), प्रदीप गोदारा (अध्यक्ष सथेरण ग्राम सेवा सहकारी समिति लि. सथेरण), सियाराम बोला (अध्यक्ष मारवाड़ छापरी ग्राम सेवा सहकारी समिति लि. मारवाड़ छापरी), नेहराम चैधरी (अध्यक्ष भाकरोद ग्राम सेवा सहकारी समिति लि. भाकरोद) एवं धन्नाराम (सदस्य संघालक मण्डल बैराथल ग्राम सेवा सहकारी समिति लि. बैराथल), सुमित्रा आर्य अध्यक्ष, लाडनूं आदर्श सहकारी उपभोक्ता भंडार लि., लाडनूं) ने अपने विचार रखे। इनमें मुख्य रूप से सहकारिता की योजनाओं का प्रचार-प्रसार करने, भूमिहीन सहकारी संस्थाओं को भूमि का आवंटन कराने, पैक्स की ऑडिट समय पर कराने, नये किसानों को ऋण दिलाने, फसल बीमा में सुधार करने हेतु, सहकार जीवन सुरक्षा बीमा योजना का लाभ समय पर दिलाने एवं अवधिपार किसानों की वसूली कराने आदि पर विचार प्रस्तुत किये गये। अंत में अध्यक्ष डांगा ने सभी समितियों की लाभ प्रदत्ता बढ़ाने हेतु निवेदन किया। अंत में बैंक के एमडी जयपाल गोदारा ने सभी सदस्य समितियों के अध्यक्षगणों के प्रति आभार प्रकट किया।
